कोरोना वायरस का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन का केस पूरी दुनिया में तेजी से बढ़ता ही जा रहा है।बता दें कि कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन की सबसे पहले पहचान दक्षिण अफ़्रीका में हुई थी। इस वायरस में अब तक के सबसे ज़्यादा 55 म्यूटेशन बताए जा रहे हैं और उसमें 32 म्यूटेशन इसके स्पाइक प्रोटीन में हुए हैं।
इस वेरिएंट का तेजी से बढ़ता देख कई देशों में पाबंदियों का दौर एक बार फिर से शुरू हो गया है।वहीं भारत में भी इसके दो केस सामने हैं।जिसके बाद भारत में भी हडकंप मड गया है।देश में फिर से पाबंदियां शुरू की जा रही हैं।कोरोना के नए वेरिएंट का मामले ये दोनों मामले कर्नाटक राज्य में पाए गए है।

ओमिक्रॉन कितना खतरनाक
बताया जा रहा है कि कोरोनावायरस के डेल्टा वैरिएंट के मुकाबले ओमिक्रॉन वैरिएंट को पांच गुना अधिक संक्रामक है।एक्सपर्ट्स के मुताबिक ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित मरीजों को बहुत अधिक थकान, गले में खराश, मांशपेशियों में दर्द जैसी समस्याएं आती हैं।इस वैरिएंट के लक्षण डेल्टा वैरिएंट से अलग हैं। ओमिक्रॉन से संक्रमित व्यक्ति के स्वाद और गंध की क्षमता में कोई बदलाव नहीं देखा गया है।
वैक्सीन कितना प्रभावी
एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि ओमिक्रॉन वेरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में 30 से अधिक म्यूटेशन की वजह से इस पर मौजूदा वैक्सीनों के बहुत कम प्रभावी रहने की आशंका है।

क्या है इसके लक्षण
ओमिक्रॉन के लक्षण डेल्टा से कुछ अलग हो सकते हैं। जैसे ओमिक्रॉन में स्वाद या गंध नहीं जाती है, जबकि डेल्टा में ऐसा होता है।हालांकि डब्ल्यूएचओ का कहना है कि फिलहाल इस बात का कोई सबूत नहीं है कि ओमीक्रोन के लक्षण कोरोना के पहले के वेरिएंट से अलग हैं। मतलब स्वाद और गंध जाने को छोड़कर डेल्टा और ओमिक्रॉन के प्रमुख लक्षण जैसे-गले में खराश, बुखार, थकान और सिरदर्द, एक जैसे ही हैं।