बिहार लोक सेवा आयोग ने 67वीं बीपीएससी प्रारंम्भिक परीक्षा के संबंध में एक नोटिफिकेशन जारी किया हैं।इस नोटिफिकेशन के अनुसार 67वीं बीपीएससी की प्रारंम्भिक परीक्षा 23 जनवरी 2022 को हो सकती हैं।दरअसल, बिहार लोक सेवा आयोग ने अपने जारी नोटिफिकेशन में लिखा है कि 67वीं संयुक्त प्रारंम्भिक परीक्षा का आयोजन 23 जनवरी 2022 को संभावित हैं।परीक्षार्थियों के पास परीक्षा की तैयारी के लिए समय कम है ऐसे में परीक्षार्थी एक रणनीति के साथ तैयारी करें।आपकी बेहतर तैयारी के लिए शिक्षाविद् गुरु रहमान सर ने परीक्षा की तैयारी के लिए विशेष रणनीति बताएं हैं।


गुरु रहमान सर ने बताए कि बीपीएससी में सबसे पहले प्रारम्भिक परीक्षा फिर मुख्य परीक्षा और तब साक्षात्कार होता है।बता दें कि प्रारंम्भिक परीक्षा में सामान्य अध्ययन और गणित से सवाल पूछे जाते हैं। जो 150 होते है और इनके लिए 150 नंबर दिए जाते है।इसमे निगेटिव मार्किंग नही होता है इसीलिये छात्रों को जो सवाल नही भी आते हो उसे छोड़ना नही चाहिये।इसमे सामान्यतः यह नही कहा जा सकता कि किस विषय से कितने प्रश्न आयेंगे क्योंकि उनकी संख्या बदलती रहती है।लेकिन फिर भी औसतन इतिहास से 25-30 प्रश्न जिसमे आधुनिक भारत से सबसे ज्यादा एवम उसमे बिहार का योगदान से प्रश्न रहते है। भूगोल से 15-20 प्रश्न होते है, इसमे भारत एवम विश्व दोनो के भूगोल से सवाल होते है इसीलिये किसी भी भाग को नजरअंदाज नही किया जा सकता। कुछ प्रश्न पर्यावरण से भी होते है।संविधान एवम राजव्यवस्था से 15-20 प्रश्न पूछे जाने की संभावना रहती है।पहले इससे अधिक प्रश्न आते थे लेकिन पिछले वर्ष प्रश्न कम आये।विज्ञान से लगभग 25-30 प्रश्न आते है, जिसमे जीवविज्ञान से अधिक आते है एवम भौतिकी और रसायन शास्त्र से भी प्रश्न रहते है।
गुरु रहमान सर ने बताए कि हाल के समय मे इन प्रश्नों के कठिनाई के स्तर को बढ़ाया गया है तो इनकी तैयारी पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है औऱ खास करके उन छात्रों को जो विज्ञान के क्षेत्र से नही आते है।अर्थव्यवस्था से 10-12 प्रश्न रहते है और ये प्रश्न लगभग करंट अफेयर्स से जुड़े होते है और थोड़े बहुत प्रश्न सामान्य जानकारी से आते है। इनके लिए भारत एवम बिहार के बजट एवम सर्वे दोनो का विस्तृत अध्ययन करना चाहिए।
करंट अफेयर्स से लगभग 25-30 प्रश्न आते है जो इस परीक्षा को पास करने में अहम भूमिका निभाते है।इसमे बिहार, भारत एवम अंतराष्ट्रीय घटनाक्रमो से जुड़े प्रश्न होते है।इसके लिए प्रत्येक महीने आने वाले अच्छे प्रकाशन की समसामयिकी मैगज़ीन पढ़ना चाहिए एवम साथ ही कोई अच्छा राष्ट्रीय संस्करण वाले दैनिक समाचार पत्र का भी अध्ययन करना चाहिए यह मुख्य परीक्षा के लिए भी उपयोगी है।बिहार स्पेशल से लगभग 10-15 प्रश्न होते है जो बिहार के जनगणना, बजट, इतिहास, एवम भूगोल से संबंधित होते है।वहीं इसमे गणित से 10 प्रश्न पूछे जाते है जिसके तैयारी के लिये पिछले वर्षों में पूछे गए प्रश्न के आधार पर उन टॉपिक की तैयारी कर सकते है।
अभ्यर्थियो को सबसे ज्यादा दिक्कत पांचवे ऑप्शन से होती है जिसमे, इनमे से कोई नही या एक से अधिक होता है। जो अभ्यर्थियों के लिए बहुत ही कठिनाई भड़ा होता है।सबसे पहले छात्रों को सामान्य अध्ययन के विषयों पर गहरी समझ विकसीत करने के लिये NCERT 6ठी से 12वी तक का अध्ययन करना चाहिए लेकिन अगर कम समय की वजह से यह संभव न हो तो 9-12 तक का जरूर अध्ययन कर लेना चाहिए उसके बाद किसी भी स्टैण्डर्ड किताब को पढ़ना चाहिये। एवम अधिक से अधिक मॉक टेस्ट देना चाहिए।
गुरु रहमान सर ने यह भी बताएं कि परीक्षा की तैयारी मुख्य परीक्षा को भी ध्यान में रखके ही करना चाहिये क्योंकि बाद में मुख्य परीक्षा के पूर्ण तैयारी के लिये समय कम पड़ने लगता है।और जब प्रारंभिक परीक्षा 2 महीने के आस पास रह जाये तो सारा ध्यान प्रारंभिक परीक्षा पर और पढ़े हुए चीज़ो के रिवीजन पर देना चाहिए।पढ़ाई हमेसा निरंतरता के साथ करे एवम हमेसा सकारत्मक सोच वाले व्यक्तयो से ही संपर्क रखे।