हमारा इतिहास इतना बड़ा है कि इसे याद रख पाना किसी आम इंसान के बस की बात नहीं है। वैसे भी देश दुनिया में हर वक्त हर पल कुछ ना कुछ घटित होता रहता है। लेकिन कुछ घटनाएं इतनी महत्वपूर्ण होती हैं कि इतिहास के पन्नों में दर्ज की जाती है।आईए जानते हैं आज के दिन की हुई कुछ प्रमुख घटनाओं के बारे में।
2 जनवरी यानि की आज ही के दिन हुई थी भारत रत्न देने की शुरुआत
देश-दुनिया के इतिहास में 2 जनवरी का दिन कई मायनों में खास है। भारत में आज ही के दिन 1954 को तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने भारत रत्न पुरस्कार देने की शुरुआत की थी। कला, साहित्य, विज्ञान, समाज सेवा और खेल जैसे विशिष्ट क्षेत्रों में असाधारण तथा उल्लेखनीय राष्ट्र सेवा करने वालों को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ प्रदान किया जाता है। दो जनवरी, 1954 को तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने इस सम्मान को संस्थापित किया था।शुरू में इस सम्मान को मरणोपरांत देने का चलन नहीं था, लेकिन एक वर्ष बाद इस प्रावधान को जोड़ा गया। इसी तरह खेलों के क्षेत्र में विशिष्ट उपलब्धि हासिल करने वालों को भारत रत्न से सम्मानित करने का प्रावधान भी बाद में शामिल किया गया।
जानते है 2 जनवरी के इतिहास में महत्वपूर्ण घटनाएं
1757: रॉबर्ट क्लाइव ने कलकत्ता (अब कोलकाता) पर कब्जा कर लिया।
1954: भारत में भारत रत्न पुरस्कार की स्थापना हुई।
1978: इंदिरा गांधी ने कांग्रेस (आई) का गठन किया।
2 जनवरी के इतिहास की प्रमुख घटनाएं
भारत
1757: रॉबर्ट क्लाइव ने कलकत्ता (अब कोलकाता) पर कब्जा कर लिया। यह बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला के खिलाफ ईस्ट इंडिया कंपनी की जीत थी। यह जीत कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ थी और उसने भारत में ब्रिटिश शासन की नींव रखी।
1954: भारत में भारत रत्न पुरस्कार की स्थापना हुई। यह भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है जो साहित्य, कला, विज्ञान, समाज सेवा और खेल के क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए दिया जाता है।
1978: इंदिरा गांधी ने कांग्रेस (आई) का गठन किया। यह कांग्रेस पार्टी का एक अलग गुट था जिसे इंदिरा गांधी ने अपने नेतृत्व के तहत बनाया था।
विश्व
1839: फ्रांसीसी छायाकार लुइस डगरे ने पहली बार चाँद का चित्र खीँचा।
1919: लिथुआनिया स्वतंत्र घोषित हुआ।
1973: जनरल एस. एफ. ए. जे. मानिक शॉ को फिल्ड मार्शल बनाया गया।
अन्य
1991: तिरुअनंतपुरम हवाई अड्डा को अंतर्राष्ट्रिए स्तर का बनाया गया।
2004: सोमालियाई जलदस्युओं ने इटली के जेनओआ से सोमालिया होते हुए भारत के कांडला बंदरगाह आ रहे सिंगापुर ध्वजवाहक एमवी प्रमोनी नामक रसायनिक जलपोत का अपहरण कर लिया।
2014: उत्तर प्रदेश में घने कोहरे के कारण पाँच ट्रेनों की दुर्घटना में 10 यात्रियों की मृत्यु हो गई और 40 घायल हो गए।
2 जनवरी को राष्ट्रीय प्रेरणा एवं प्रेरणा दिवस मनाया जाता है।मोटिवेट अमेरिका और राष्ट्रीय प्रेरणा एवं प्रेरणा दिवस का उद्देश्य लोगों को बेहतर बनाने में मदद करना है। प्रेरणा एवं प्रेरणा दिवस का इतिहास
प्रेरणा एवं प्रेरणा दिवस संयुक्त राज्य अमेरिका में एक प्रेरक वक्ता ‘केविन एल. मैकक्रुडेन’ जिन्हें “मिस्टर” के नाम से जाना जाता है के प्रयासों से अस्तित्व में आया। उन्होंने 2 जनवरी को राष्ट्रीय प्रेरणा एवं प्रेरणा दिवस के रूप में स्थापित करने के लिए अपनी कंपनी, मोटिवेट अमेरिका, इंक. का उपयोग किया।
11 सितंबर 2001 को, संयुक्त राज्य अमेरिका अल-कायदा नामक उग्रवादी आतंकवादी समूह द्वारा समन्वित आतंकवादी हमलों का शिकार हुआ था। इन हमलों में करीब तीन हजार अमेरिकियों की जान चली गई और पूरा देश शोक और दुख की स्थिति में डूब गया था। लोगों के मनोबल पर 9/11 के हमले के प्रभाव को देखने के बाद मैक्रुडेन ने प्रेरणा के लिए एक विशेष दिन बनाने की वकालत की। क्योंकि वे इस क्षति का सम्मान करने, जीवन की सराहना करने और हमारे दैनिक जीवन में प्रेरणा एवं प्रेरणा के महत्व को स्वीकार करने के लिए एक महत्वपर्ण दिन चाहते थे।
2 जनवरी को जन्मे व्यक्ति
- 1970 – बुला चौधरी – प्रसिद्ध तैराक।
- 1953 – अश्विनी कुमार चौबे – भारतीय जनता पार्टी के राजनीतिज्ञों में से एक हैं।
- 1940 – एस. आर. श्रीनिवास वर्द्धन- भारतीय अमरीकी गणितज्ञ।
- 1906 – डी. एन. खुरोदे – प्रसिद्ध भारतीय उद्यमी थे, जिनका भारत के दुग्ध उद्योग में योगदान।
- 1905 – जैनेन्द्र कुमार- हिन्दी साहित्य के प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक कथाकार और उपन्यासकार।
- 1899 – सुकुमार सेन – भारत के प्रथम मुख्य चुनाव आयुक्त थे।
- 1878 – मन्नत्तु पद्मनाभन – केरल के प्रसिद्ध समाज सुधारक थे।
2 जनवरी को हुए निधन
- 2018 – अनवर जलालपुरी – ‘यश भारती’ से सम्मानित उर्दू के मशहूर शायर थे।
- 2014 – अन्नाराम सुदामा, राजस्थानी भाषा के प्रसिद्ध साहित्यकार
- 2011 – बली राम भगत, प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी एवं पूर्व लोकसभा अध्यक्ष
- 2010 – राजेन्द्र शाह- गुजराती साहित्यकार
- 1989 – सफ़दर हाशमी – प्रसिद्ध मार्क्सवादी नाटककार, कलाकार, निर्देशक एवं गीतकार।
- 1987 – हरे कृष्ण मेहताब – ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस’ के प्रमुख नेता तथा आधुनिक उड़ीसा के निर्माताओं में से एक।
- 1977 – अजित प्रसाद जैन – स्वतंत्रता सेनानी और प्रसिद्ध राष्ट्रीय कार्यकर्ता थे।
- 1950 – डॉ. राधाबाई – प्रसिद्ध महिला स्वतंत्रता सेनानी तथा समाज सुधारका।
- 1950 – मौलाना मज़हरुल हक़ – स्वतंत्रता सेनानी थे।
- 1944 – विट्ठल रामजी शिंदे – महाराष्ट्र के प्रसिद्ध और बड़े समाज सुधारकों में से एक थे।