आज है स्वामी विवेकानंद की 161वीं जयंती, जानें उनके जीवन से जुड़े प्रेरणादायक विचार

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समाज सेवक और समाज सुधारक स्वामी विवेकानंद के विचार युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं. विवेकानंद की जयंती पर जानते हैं उनके प्रसिद्ध विचार और संदेशों के बारे में.स्वामी विवेकानंद ने अपने जीवन का हर क्षण देश के लिए समर्पित कर दिया। उनका पूरा जीवन हर किसी के लिए एक मिशाल की तरह है। हर साल 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है, जो स्वामी विवेकानन्द की जयंती का प्रतीक है।

आपको बता दे की भारत सरकार ने 1984 में आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय युवा दिवस घोषित किया और 1985 से युवाओं को स्वामी विवेकानन्द की शिक्षाओं और दर्शन से प्रेरित करने के लिए इसे देश भर में मनाया जाता है।स्वामी विवेकानंद ने अपने जीवन का कण-कण देश को समर्पित कर दिया। हर साल 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती मनाई जाती है। इस साल 2024 में स्वामी विवेकानंद की 161वीं जयंती मनाई जाएगी. स्वामी विवेकानंद समाज सुधारक और सेवक होने के साथ ही आध्यात्मिक गुरु भी थे, जिन्होंने देश-दुनिया को धर्म व अध्यात्म का पाठ पढ़ाया। उनके द्वारा दिए संदेश और उनके विचार युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत बन गए. क्योंकि वे अपने अधिकतर संदेश और भाषण में युवाओं को संबोधित करते थे. इसलिए उनके विचारों को युवाओं की सफलता का मूल-मंत्र कहा जाता है।

स्वामी विवेकानंद के जीवन से जुड़े कुछ प्रेरणादायक विचार निम्नलिखित हैं:-

  • उठो जागो और तब तक मत रुको जब तक तुम्हें तुम्हारे लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाए’. ‘खुद को कमजोर समझना सबसे बड़ा पाप है’. स्वामी विवेकानंद के ऐसे विचारों से लोगों और विशेषकर युवाओं के भीतर क्रांति पैदा होती है.
  • “उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाए।”
  • “जो व्यक्ति अपने आप को कमजोर समझता है, वह सबसे बड़ा पापी है।”
  • “सभी धर्मों का मूल एक ही है।”
  • “ज्ञान ही शक्ति है।”
  • “कर्म ही पूजा है।”
  • “ईश्वर को पाने के लिए कर्म और भक्ति दोनों जरूरी हैं।”
  • “भारत एक महान देश है और एक दिन वह फिर से महान बनेगा।”
  • स्वामी विवेकानंद के विचार आज भी युवाओं को प्रेरित करते हैं। उनके विचार हमें बताते हैं कि हमें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए और कभी हार नहीं माननी चाहिए। हमें अपने आप को कमजोर नहीं समझना चाहिए और सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए। हमें ज्ञान और कर्म दोनों के महत्व को समझना चाहिए।

स्वामी विवेकानंद के विचारों को अपनाकर हम एक बेहतर इंसान बन सकते हैं और अपने जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

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