बीएसएससी प्रथम इंटर स्तरीय परीक्षा के फाइनल रिजल्ट का सात वर्षों से इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों को अभी और इंतजार करना पड़ेगा। दरअसल, बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) के वर्ष 2016 में दोबारा लिए गए आवेदन के दौरान तकनीकी गड़बड़ी से बिहार के अभ्यर्थियों को भी दूसरे राज्यों के आरक्षित श्रेणी में रखने के कारण उन्हें आरक्षण का लाभ नहीं मिला। इससे वह प्रारंभिक परीक्षा में सफल नहीं हुए और मुख्य परीक्षा से बाहर हो गए।
आयोग की ओर से इस परीक्षा का काउंसिलिंग के लिए रिजल्ट की समीक्षा के दौरान यह गड़बड़ी सामने आई है। इसमें आरक्षित श्रेणी को राज्य के आरक्षण का लाभ मिलने के बाद 1218 का प्रारंभिक परीक्षा में सफल होना तय था। लेकिन, इन्हें दूसरे राज्य का अभ्यर्थी मानकर आरक्षण का लाभ नहीं मिला और मुख्य परीक्षा नहीं दे सके। अब आयोग मामले की समीक्षा करते हुए 1218 अभ्यर्थियों को दोबारा मुख्य परीक्षा कराने का निर्णय लिया है।
आयोग के सचिव ओम प्रकाश पाल ने बताया कि अब अक्टूबर के तीसरे सप्ताह 1218 अभ्यर्थियों का मुख्य परीक्षा लिया जाएगा। नवंबर में काउंसिलिंग के लिए फाइनल परिणाम दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि वर्ष 2016 में रिजर्व कैटगरी के अभ्यर्थियों को बिहार के निवासी के रूप में आरक्षण का लाभ दिया जाना था। लेकिन, आवेदन के दौरान तकनीकी गड़बड़ी होने के कारण आरक्षण कैटगरी में सभी अभ्यर्थियों को आउट आफ बिहार बता दिया गया है।