बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) द्वारा आयोजित इंटर स्तरीय परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर शिक्षाविद् गुरु रहमान सर ने सीबीआई जांच की मांग की है।बता दें कि गुरु रहमान ने कहा कि परिक्षार्थी मानसिक प्रताडना से गुजर रहे हैं।गुरु रहमान सर ने यह भी कहा है आयोग द्वार की गई ये गडबडी गलती नहीं बल्कि अपराध हैं।
गुरु रहमान ने आय़ोग न सिर्फ आयोग की धीमी गति पर सवाल उठाया बल्कि ये भी कहा कि इस पुरे मामले में बिहार सरकार के साथ साथ विपक्ष भी चुपी साधी हैं।युवाओं के साथ गलत हो रहा हैं इसपर पक्ष-विपक्ष किसी का ध्यान नहीं जा रहा हैं।

बता दें कि 2014 में बिहार कर्माचारी चयन आयोग के द्वारा 42 विभिन्न प्रकार के पदों पर नियुक्ति के लिए आनलाइन आवेदन लिए गए थे।वहीं साल 2016 में उच्च न्यायालय के आदेश के बाद अधिक उम्र सीमा वालों को विशेष छूट देकर आवेदन लेने का निर्देश दिया था।इसके बाद ऑनलाइन आवेदन लिया गया। आयोग की ओर से जो आवेदन लिए गए उसमें तकनीकी गड़बड़ी के कारण राज्य के आरक्षित श्रेणी के छात्रों को भी डोमिसाइल का लाभ न देकर उन्हें भी दूसरे राज्य के अभ्यर्थी के रूप में ट्रीट किया गया। इसके कारण उन्हें आरक्षण का लाभ नहीं दिया गया। इससे राज्य के आरक्षित कैटगरी के अभ्यर्थी को भी इसका लाभ नहीं मिला।
आयोग की ओर से काउंसिलिंग की प्रक्रिया को लेकर रिजल्ट की समीक्षा के क्रम में पाया गया कि काफी संख्या में अभ्यर्थियों को आरक्षण का लाभ नहीं मिला। इसके बाद आयोग ने आरक्षण का लाभ देकर दोबारा पीटी परीक्षा के परिणाम का रिजल्ट रिवाइज्ड करते हुए 1218 बच्चों का पीटी परीक्षा में सफल घोषित करते हुए मुख्य परीक्षा में शामिल कराने का निर्देश दिया।वहीं मुख्य परीक्षा के लिए 20 सितंबर से चार अक्टूबर तक आनलाइन आवेदन कराने का निर्देश दिया है।