पाकिस्तान ने खुद कबुल किया है कि वे तालिबान का सबसे बड़ा संरक्षक है और तालिबान संगठन को मजबूत किया है।दरअसल, पाकिस्तान के आतंरिक मंत्री शेख राशिद ने इस बात को स्वीकार करते हुए कहा कि इस्लामाबाद लम्बे समय से तालिबान का संरक्षक रहा है।शेख राशिद ने यह भी कहा कि हमने तालिबान संगठन को आश्रय देकर मजबूत करने का कार्य किया है।जिसका परिणाम देख सकते है कि 20 साल बाद यह संगठन एक बार फिर अफगानिस्तान पर शासन करेगा।
यह भी बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने 28 अगस्त को एक विवादित बयान दिया था।दरअसल, कुरैशी ने अपने बयान में कहा था कि इस्लामाबाद अफगानिस्तान को समर्थन देने के लिए रचनात्मक भूमिका निभाता रहेगा।
गौरतलब है कि जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से पाकिस्तान में सुरक्षित पनाहगाहों को लेकर सवाल किया गया था, तो यहां सुरक्षित ठिकाने कहा है।पाकिस्तान में 30 लाख शरणार्थी है, जो तालिबान के समान ही जातीय समूह से है।साथ ही इमरान ने यह भी कहा था कि तालिबान के लड़ाके बहुत साहसी है विदेशी ताकतों को भगाने के लिए कुर्बानी दी।