काबुल एयरपोर्ट पर हुए आतंकी हमले को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने अपना बयान जारी किया है।यूएन ने अपने इस बयान से ऐसा अंदाजा लगाया जा सकता है कि तालिबान को लेकर यूएन का रवैया बदला हुआ लग रहा है।दरअसल, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने जो बयान दिया है उसमें तालिबान का नाम हटा दिया है।वहीं इससे पहले जब तालिबान ने काबुल पर कब्जा किया था, तब यूएन ने बयान जारी किया था जिसमें चेतावनी देते हुए कहा था कि – न तालिबान को , न किसी अफगानी समूह को और न ही किसी व्यक्ति को किसी दूसरे देश के अंदर मौजूद आतंकियों का सहयोग करना चाहिए।
वहीं UN अपने नए बयान में तालिबान का नाम हटा दिया है।दरअसल, काबुल एयरपोर्ट पर हुए हमले के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने बयान जारी कर कहा कि किसी अफगानी समूह को किसी देश में आतंक फैला रहे आतंकियों का सहयोग नहीं करना चाहिए।
दैनिक भास्कर के अनुसार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ये गलती भारत ने ही पकड़ी हैं।दरअसल, इस बयान पर भारत ने ही साइन करके इसे जारी किया है।बता दें कि भारत 1 अगस्त को एक महीने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष बना था।पिछले साल अप्रैल तक यूएन में भारत के स्थायी प्रतिनिधि रहे सयैद अकबरुद्दीन ने सुरक्षा परिषद के बयान में आए फर्क को सामने रखा है।