BPSC TRE 2023 Re-verification-डीएम को भेजे गए लेटर में के. के. पाठक ने लिखा कि सामने आई शिकायतों के बाद विभाग ने हाल ही में 4,000 चयनित शिक्षकों को रेंडम री-वेरिफिकेशन के लिए बुलाया और यह भी पता लगाने के लिए कि क्या परीक्षा में उपस्थित हुए उम्मीदवार वही थे जो सेवा में शामिल हुए थे। दरअसल बिहार शिक्षा विभाग ने पिछले महीने भर्ती किए गए लगभग एक लाख शिक्षकों के री-वेरिफिकेशन का आदेश दिया है। ये फैसला उस शिकायत के बाद लिया गया है जिसमें कहा गया था कि नौकरी पाने वाले बहुत से शिक्षक फर्जी हैं और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी प्राप्त की है।
कार्रवाई के दौरान विभाग ने तीन धोखेबाजों की पहचान की है। इसके अलावा जॉइन करने वाले तीन शिक्षक भाग गए। पत्र में कहा गया है,विभाग द्वारा धोखेबाजों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
- 15 जनवरी से शुरू होंगे री-वेरिफिकेशन
- सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को 15 जनवरी से री-वेरिफिकेशन शुरू करने के लिए कहा गया है।
- री-वेरिफिकेशन में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए जमा किए गए सभी दस्तावेजों की जांच की जाएगी।
- इसमें आधार कार्ड, शैक्षणिक योग्यता, जन्म प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र आदि शामिल हैं।
- यदि किसी शिक्षक के दस्तावेजों में कोई गड़बड़ी पाई जाती है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
री-वेरिफिकेशन के लिए निम्नलिखित दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे।
- नियुक्ति पत्र
- आधार कार्ड
- शैक्षणिक योग्यता के प्रमाण पत्र
- जन्म प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- अन्य आवश्यक दस्तावेज
री-वेरिफिकेशन के लिए निम्नलिखित प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
शिक्षक को अपने सभी दस्तावेज जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में जमा करने होंगे।
जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में एक समिति का गठन किया जाएगा जो दस्तावेजों की जांच करेगी।
समिति की जांच रिपोर्ट के आधार पर शिक्षक की नियुक्ति की पुष्टि या रद्दीकरण किया जाएगा।
री-वेरिफिकेशन का परिणाम 30 जनवरी तक घोषित किया जाएगा।